रामलीला में हुआ जालंधर वध का मनोहर मंचन देख रोमांचित हुए दर्शक

फरीदपुर (बरेली) । 06 नवम्बर सोमवार श्री आदर्श रामलीला प्रबंध समिति के तत्वधान में चल रही रामलीला महोत्सव मंचन मे जालंधर वध का भव्य मंचन हुआ। देवराज इंद्र की जिद से महादेव जब क्रोधित हुए तो जालंधर उत्पन्न हुआ। उसने अपने तपोबल से तमाम शक्तियां हासिल की और अजेय हो गया। उसकी पत्नी वृंदा भी पतिव्रता थी। इस कारण वह और शक्तिशाली हो गया। बाद में छल के जरिए भगवान विष्णु व शंकर मिलकर उसका वध कर देते हैं और पूरा पंडाल रोमांचित हो उठता है।      
श्री आदर्श रामलीला मंडल वृंदावन मथुरा के निर्देशक पवन देव चतुर्वेदी व्यास जी द्वारा मंचन प्रस्तुत किया तो दर्शक मंत्रमुग्ध हो गए। पूरा पंडाल जयकारों से गूंज उठा। जब जालंधर अपनी शक्तियों के मद में चूर होकर त्रिदेव से ही लड़ने पर आमादा हो जाता है तो भगवान विष्णु लीला करके विश्व मोहिनी का अवतार करवाते हैं। इस सुंदरी का नाम वृंदा होता है और जालंधर से उसकी शादी होती है। भगवान विष्णु छल के द्वारा वृंदा का पतिव्रत भंग कर देते हैं और भगवान शंकर जालंधर का वध कर देते हैं। जब वृंदा को इस छल का पता चलता है, तो वह भगवान विष्णु को पत्थर होने का श्राप दे देती है। इससे क्रोधित होकर मां लक्ष्मी उसको जंगल की लकड़ी होने का श्राप देती हैं। श्राप के प्रभाव से जहां भगवान शालिग्राम होते हैं, वहीं वृंदा तुलसी के रूप में अवतरित होती है। तब से दोनों ही इसी रूप में पूजे जाते हैं। बिना तुलसी के शालिग्राम का भोग नहीं लगता है
इस दौरान मेला कमेटी के अतीश अग्रवाल अध्यक्ष, विकास अग्रवाल शानू महामंत्री, ब्रह्मा शंकर गुप्ता कोषाध्यक्ष, सौरभ अग्रवाल ऑडिटर, सर्वेश अग्रवाल बवलू मुख्य मेंला प्रबंधक, प्रतुल अग्रवाल मेला प्रभारी, एड0ओमवीर गुर्जर कानूनी सलाहकार, आदित्य गुप्ता मीडिया प्रभारी, संदीप मोहन अग्रवाल स्टेज प्रभारी, उज्जवल अग्रवाल सह स्टेज प्रभारी, दिनेश सिंह, अनुज पांडे, पुष्पेंद्र यादव, नितिन अग्रवाल लोहा, विजय कुमार गौड़, विकास अग्रवाल चंदा, अमित पांडे, प्रतीक सिंघल, सत्यम गुप्ता, प्रियंक अग्रवाल लोहा, राकेश सिंह, शैलेश सिंह विल्लू, सत्येन्द्र सिंह उपाध्यक्ष महावीर जयसवाल वरिष्ठ उपाध्यक्ष आदि  लोग उपस्थित रहे।

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