सीता माता की खोज कर हनुमान जी ने किया लंका दहन।

फरीदपुर (बरेली)। 05 नवंबर । रविवार श्री आदर्श रामलीला प्रबंध समिति के तत्वधान में चल रही रामलीला महोत्सव मंचन मे वाली वध, जानकी जी की खोज व हनुमान जी द्वारा लंका दहन का भव्य मंचन हुआ। श्री आदर्श रामलीला मंडल वृंदावन मथुरा के निर्देशक पवन देव चतुर्वेदी व्यास जी द्वारा मंचन में  सुग्रीव अपने भाई बाली से बचकर पर्वत पर रह रहे थे। श्रीराम सुग्रीव को बताते हैं कि सीता को लंका का राजा रावण हरण करके ले गया है। उसकी खोज में हम निकले हैं। सुग्रीव प्रभु को आप बीती सुनाते हैं। प्रभु सुग्रीव को पत्नी और राज्य वापस दिलाने का भरोसा देते हैं। भगवान श्रीराम, भ्राता लक्ष्मण की सुग्रीव से मित्रता के प्रसंग के आगे की कथा का मंचन कराया गया। भगवान राम मित्र सुग्रीव के भाई बाली का वध करते हैं।
सीता माता की खोज के लिए अंगद कहते हैं कि हनुमान जी से शक्तिशाली कोई नहीं है और समुद्र को सिर्फ वही लांघ सकते हैं। लेकिन तब हनुमान जी अपनी शक्तियां भूल चुके होते हैं। तब जामवंत हनुमान जी को उनकी शक्तियां याद दिलाते हैं।
शक्तियां याद आने के बाद समुद्र लांघकर वे लंका पहुंच जाते हैं। यहां वे रावण के राजमहल में सीता जी को खोजते हैं, पर वे वहां नहीं मिलतीं। इसके बाद उनकी मुलाकात विभीषण से होती है, जो सीता माता का पता बताते हैं। रात में वे अशोक वाटिका पहुंचते हैं, जहां सीता जी को विभिन्न राक्षसी डरा रही होती हैं। तभी वहां रावण आता है और उन्हें भय दिखाता है। सीता माता रावण से कहती हंै कि भगवान राम उसका लंका सहित संहार कर देंगे। रावण के जाने के बाद हनुमान जी भगवान राम द्वारा दी गई मुद्रिका माता सीता के सामने डालते हैं, जिसे वे पहचान लेते हैं। तभी वे अशोक वृक्ष से उतर उनके सामने आ जाते हैं। यहां पर सीता और हनुमान का बड़ा ही मार्मिक संवाद होता है। इसके बाद हनुमान, सीता जी से अशोक वाटिका में लगे फलों को खाने का निवेदन करते हैं, जिसकी वे आज्ञा दे देती हैं। हनुमान जी रावण के राजउद्यान को तहस-नहस कर देते हैं। जब यह समाचार रावण के मिलता है तो वह अपने पुत्र अक्षय कुमार को भेजता है, जिसका हनुमान जी वध कर देते हैं। इसके बाद वह मेघनाद को भेजते हैं, जो हनुमान जी को नागपाश में बांध लेता है और रावण के राजदरबार में लाता है। यहां पहुंचकर हनुमान जी रावण को समझाइश देते हैं, लेकिन वह उनकी बात न मानकर उनकी पूंछ में आग लगाने की आज्ञा देता है। पूंछ में आग लगते ही हनुमान जी पूरी लंका का विध्वंस कर देते हैं। सोमवार को रामलीला में विभीषण शरणागति, रामेश्वरम स्थापना, अंगद-रावण संवाद की लीला का मंचन होगा।
इस दौरान मेला कमेटी के अतीश अग्रवाल अध्यक्ष, विकास अग्रवाल शानू महामंत्री, ब्रह्मा शंकर गुप्ता कोषाध्यक्ष, सौरभ अग्रवाल ऑडिटर, सर्वेश अग्रवाल बवलू मुख्य मेंला प्रबंधक, प्रतुल अग्रवाल मेला प्रभारी, एड0ओमवीर गुर्जर कानूनी सलाहकार, आदित्य गुप्ता मीडिया प्रभारी, संदीप मोहन अग्रवाल स्टेज प्रभारी, उज्जवल अग्रवाल सह स्टेज प्रभारी, दिनेश सिंह, अनुज पांडे, पुष्पेंद्र यादव, नितिन अग्रवाल लोहा, विजय कुमार गौड़, विकास अग्रवाल चंदा, अमित पांडे, प्रतीक सिंघल, सत्यम गुप्ता, प्रियंक अग्रवाल लोहा, राकेश सिंह, शैलेश सिंह विल्लू, सत्येन्द्र सिंह उपाध्यक्ष महावीर जयसवाल वरिष्ठ उपाध्यक्ष आदि  लोग उपस्थित रहे।

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